हेलो दोस्तों, क्या आप अपने पुराने दोस्तों के साथ शेयर करने के लिए स्टेटस शायरी खोज रहे हैं? तो आप सही जगह है। आज हमने पुराने दोस्तों पर स्टेटस शायरी की बहुत अच्छी कलेक्शन लेकर आये है। ताकि आप अपने पुराने दोस्तों के साथ की यादों को फिर से ताजा कर सकें। उम्मीद है आपको यह स्टेटस पसंद आएंगे।
पुराने दोस्त पर शायरी - Purane Dost par Shayari
दोस्ती हर चेहरे की मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख-दुःख की पहचान होती है.
कोई रूठ भी जाये तो दिल पे मत लेना,
क्युकी दोस्ती जरा सी नादान होती है...
दोस्तों से दूर होना मजबूरी होती है,
हकीकत की दुनिया भी जरुरी होती है.
ऐ दोस्त अगर तू साथ न हो तो,
मेरी तो हर ख़ुशी अधूरी होती है...
करनी है खुदा से गुजारिश कि,
तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले.
हर जन्म में मिले दोस्त तेरे जैसा,
या फिर कभी जिंदगी न मिले...
एक जैसे दोस्त सारे नही होते,
कुछ हमारे होकर भी हमारे नहीं होते,
आपसे दोस्ती करने के बाद महसूस हुआ,
कौन कहता है ‘तारे ज़मीं पर’ नहीं होते....
दिल की बात छुपाना आता नही,
किसी का दिल दुखाना आता नही।
आप सोचते है हम भूल गए आपको,
पर कुछ अच्छे दोस्तो को भूलना हमको आता नही।
महफिल मैं कुछ तो सुनाना पडता है,
ग़म छुपाकर मुस्कुराना पडता है।
कभी उनके हम भी थे दोस्त,
आज कल उन्हे याद दिलाना पडता है।
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता,
कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता।
लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर,
हर कोई आप सब की तरह अनमोल नहीं होता।
यकीन नहीं तुझे अगर, तो आज़मा के देख ले,
एक बार तू, जरा मुस्कुरा के देख ले।
जो ना सोचा होगा तूने, वो मिलेगा तुझको भी,
एक बार आपने कदम, बढ़ा के देख ले।
कितना दूर निकल गए रिश्ते निभाते निभाते,
खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते।
लोग कहते है दर्द है मेरे दिल में,
और हम थक गये मुस्कुराते मुस्कुराते।
आंसू तेरे निकले तो आंखे मेरी हो,
दिल तेरा धडके तो धडकन मेरी हो।
खुदा करे हमारी दोस्ती इतनी गहरी हो,
के दोस्त तू बने और दोस्ती मेरी हो।
सच्चे दोस्त हमे कभी गिरने नहीं देते,
ना किसी कि नजरों मे ना किसी के कदमों मे।
अपनी दोस्ती का बस इतना सा उसूल है,
ज़ब तू कुबूल है तो तेरा सब कुछ कुबूल है।
मेरे शब्दों को इतने ध्यान से ना पढ़ा करो दोस्तों,
कुछ याद रह गया तो,,
मुझे भूल नहीं पाओगे।
आपके पास दोस्तो का खजाना है,
पर ये दोस्त आपका पुराण है।
इस दोस्त को भुला ना देना कभी,
क्यूकी ये दोस्त आपकी दोस्ती का दीवाना है।
प्यार के लिए क्या दोस्त छोड़ दू,
इतना मैं नादान हूं क्या।
तू जान है और वो सास है मेरी,
जीने के लिये सास लेना छोड़ दू इतना पागल हूं क्या।
मुद्दत से दूर हम तुम,
एक जमाने के बाद मिला अच्छा लगा।
सागर से गहरी लगी आपकी दोस्ती,
तरना तो आटा था पर डूब जाना अच्छा लगा।
जिसका वजूद नहीं वो हस्ती किस काम की जो मजा ना दे,
वो मस्ती किस काम की जहां दिल ना लगे।
वो बस्ती किस काम की हम आपको याद ना करें,
तो फिर हमारी दोस्ती किस काम की।
दिल में बसे हो जरा ख्याल रखना,
वक्त मिल जाए तो याद करना।
हमें तो आदत है तुमको याद करने की,
तुम को बुरा लगे तो माफ करना।
कोई दोस्त कभी पुराना नहीं होता,
कुछ दिन बात न करने से बेगाना नहीं होता।
दोस्ती में दुरी तो आती रहती हैं,
पर दुरी का मतलब भुलाना नहीं होता।
हम अपने पर गुरुर नहीं करते,
याद करने के लिए किसी को मजबूर नहीं करते।
मगर जब एक बार किसी को दोस्त बना ले,
तो उससे अपने दिल से दूर नहीं करते।
इक नया ज़ख़्म मिला एक नई उम्र मिली,
जब किसी शहर में कुछ यार पुराने से मिले।
वो ज़माना भी तुम्हें याद है तुम कहते थे,
दोस्त दुनिया में नहीं दाग से बेहतर अपना।
डरते है आग से कही जल न जाये,
डरते है ख्वाब से कहीं टूट न जाये।
लेकिन सबसे ज़्यादा डरते है आपसे,
कहीं आप हमे भूल न जाये।
एक पहचान हज़ारो दोस्त बना देती हैं,
एक मुस्कान हज़ारो गम भुला देती हैं।
ज़िंदगी के सफ़र मे संभाल कर चलना,
एक ग़लती हज़ारो सपने जला कर राख देती है।
दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहता है,
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहता है।
कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो गुजारो,
वो अफ़साना मौत तक याद रहता है।
दोस्ती अच्छी हो तो रंग़ लाती है,
दोस्ती गहरी हो तो सबको भाती है।
दोस्ती नादान हो तो टूट जाती है,
पर अगर दोस्ती अपने जैसी हो।
तो इतिहास बनाती है।
जिंदगी में बहुत सारे गम मिलेंगे,
सच्चे साथी बहुत कम मिलेंगे।
इस राह पर सब छोड़ देंगे तुम्हारा साथ,
उस राह पर तुम्हें हम मिलेंगे।
वातावरण को जो महका दे उसे इत्र कहते हैं,
जीवन को जो महका दे उसे ही मित्र कहते हैं।
दोस्ती हर चेहरे की मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख-दुःख की पहचान होती है।
कोई रूठ भी जाये तो दिल पे मत लेना,
क्युकी दोस्ती जरा सी नादान होती है।
दोस्तों से दूर होना मजबूरी होती है,
हकीकत की दुनिया भी जरुरी होती है।
ऐ दोस्त अगर तू साथ न हो तो,
मेरी तो हर ख़ुशी अधूरी होती है।
कितने कमाल की होती है ना दोस्ती,
वजन होता है लेकिन बोझ नही होती।
दोस्ती करो हमेशा मुस्कुरा के,
किसी को धोखा ना दो अपना बना के।
कर लो याद जब तक हम जिंदा है,
फिर ना कहना चले गए दिल में यादें बसा के।
दोस्त को बधाई देना जल्दी का काम है,
लेकिन दोस्ती एक धीमी गति से पकने वाला फल है।
केवल एक सच्चा दोस्त है,
की सही मायने में ईमानदार होगा।
सबसे बड़ी चिकित्सा उपचार दोस्ती और प्यार है।
हम बाकी सभी रिश्तों के साथ पैदा होते हैं,
पर दोस्ती ही एक मात्र रिश्ता है,,
जिसे हम खुद बनाते हैं।
चंद लम्हों की जिंदगानी है,
नफरतों से जिया नहीं करते।
दुश्मनों से गुजारिश करनी पड़ेगी,
दोस्त तो अब याद किया नहीं करते।
हर कोई प्यार के लिए तड़पता है,
हर कोई प्यार के लिए रोता है।
मेरे प्यार को गलत मत समाधान,
प्यार तो दोस्ती में भी होता है।
दिल लगी दोस्तो के नाम होती है,
दिल दारी दोस्तों की शान होती है।
रहोगे दिल में जो मेरे हमसा तुम,
यही सच्ची दोस्ती की पहचान होती है।
यकीन नहीं तुझे अगर, तो आज़मा के देख ले,
एक बार तू, जरा मुस्कुरा के देख ले,
जो ना सोचा होगा तूने, वो मिलेगा तुझको भी,
एक बार आपने कदम, बढ़ा के देख ले...
दिल की बात छुपाना आता नही,
किसी का दिल दुखाना आता नही,
आप सोचते है हम भूल गए आपको,
पर कुछ अच्छे दोस्तो को भूलना हमको आता नही...
कितना दूर निकल गए रिश्ते निभाते निभाते,
खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते,
लोग कहते है दर्द है मेरे दिल में,
और हम थक गये मुस्कुराते मुस्कुराते....
आंसू तेरे निकले तो आंखे मेरी हो,
दिल तेरा धडके तो धडकन मेरी हो,
खुदा करे हमारी दोस्ती इतनी गहरी हो,
के दोस्त तू बने और दोस्ती मेरी हो....
सच्चे दोस्त हमे कभी गिरने नहीं देते,
ना किसी कि नजरों मे, ना किसी के कदमों मे...
अपनी दोस्ती का बस इतना सा उसूल है…
ज़ब तू कुबूल है तो तेरा सब कुछ कुबूल है....
भूलना चाहो तो भी याद हमारी आएगी,
दिल की गहराई मे हमारी तस्वीर बस जाएगी.
ढूढ़ने चले हो हमसे बेहतर दोस्त,
तलाश हमसे शुरू होकर हम पे ही ख़त्म हो जाएगी....
खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ,
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ।
मालूम है कोई मोल नहीं मेरा, फिर भी,
कुछ अनमोल लोगो से दोस्ती रखता हूँ।
ख़ुशी की परछाइयों का नाम है जिंदगी,
गमों की गहराईओं का जाम है जिंदगी।
एक प्यारा सा दोस्त है हमारा यहाँ,
उसकी प्यारी सी हँसी का नाम है जिंदगी।
हर तरह के इल्जाम को सह लेते हैं,
जिंदगी को यही जी लेते हैं।
मिला लेते हैं जिनसे हाट दोस्ती का,
उन हातो से फिर, जहर भी पी लेते हैं।
जो दिल के हो करीब उसे रुसवा नहीं करते,
यूँ अपनी दोस्ती का तमाशा नहीं करते।
खामोश रहोगे तो घुटन और बढ़ेगी,
अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते।
हम कभी अपने से खफा हो नहीं सकते,
दोस्ती के रिश्ते बेवफा हो नहीं सकते।
आप भले हम भूल के सू जाओ,
हम आपको याद किए बिना सू नहीं सकते।
जिंदगी में बार बार सहारा नहीं मिलता,
बार बार कोई प्यार से प्यारा नहीं मिला।
है जो पास इस्तेमाल करें संभल कर रखें,
खोकर वो यार फिर दोबारा नहीं मिलता।
वो ज़माना भी तुम्हें याद है तुम कहते थे
दोस्त दुनिया में नहीं “दाग” से बेहतर अपना..
डरते है आग से कही जल न जाये,
डरते है ख्वाब से कहीं टूट न जाये,
लेकिन सबसे ज़्यादा डरते है आपसे,
कहीं आप हमे भूल न जाये....
एक पहचान हज़ारो दोस्त बना देती हैं,
एक मुस्कान हज़ारो गम भुला देती हैं,
ज़िंदगी के सफ़र मे संभाल कर चलना,
एक ग़लती हज़ारो सपने जला कर राख देती है....
दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहता है,
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहता है,
कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो गुजारो,
वो अफ़साना मौत तक याद रहता है...
दोस्ती अच्छी हो तो रंग़ लाती है
दोस्ती गहरी हो तो सबको भाती है
दोस्ती नादान हो तो टूट जाती है
पर अगर दोस्ती अपने जैसी हो
तो इतिहास बनाती है...
सबसे अलग सबसे न्यारे हो आप,
तारीफ कभी पुरी ना हो इतने प्यारे हो आप,
आज पता चला कि जमाना क्यों जलता है हमसे,
क्यों कि दोस्त तो आखिर हमारे हो आप...
जिंदगी में बहुत सारे गम मिलेंगे,
सच्चे साथी बहुत कम मिलेंगे,
इस राह पर सब छोड़ देंगे तुम्हारा साथ,
उस राह पर तुम्हें हम मिलेंगे....
वातावरण को जो महका दे उसे ‘इत्र’ कहते हैं,
जीवन को जो महका दे उसे ही ‘मित्र’ कहते हैं...
दिन हुआ है तो रात भी होगी,
हो मत उदास, कभी बात भी होगी.
इतने प्यार से दोस्ती की है,
जिन्दगी रही तो मुलाकात भी होगी....
कौन कहता है कि
दोस्ती बराबरी में होती है सच तो ये है
दोस्ती में सब बराबर होते है...
सच्चा यार आपकों कभी गिरते हुए नही देखेगा,
चाहे वों किन्ही के कदमों में या फिर किन्ही कि नजरों में।
मुस्करा के उतार देते हैं उम्रः की चद्दर,
ये कमीने दोस्त कभी बूढ़ा नही होने देते।
मांगी थी दुआ रब से,
यार तेरी दोस्ती के सिवाय कोई बन्दगी ना मिले।
अगले जन्म में तुमसा ही यार मिले,
या फिर दुबारा इंसान जन्म ही ना मिले।
Purane Dost Status In Hindi
अपनी यारी का थैंक्यू कुछ इस तरह करे हम,
यदि तुम भुल जावो तो भी हर समय याद करे हम।
रब ने सिखाया है बस इतना ही हमें ,
कि स्वयं से पहले दोस्त लिए दुआ करे हम।
तुम्हारी यारी की एक निगाह चाहिए,
जिगर है बेघर उन्हें एक अपना चाहिए।
सिर्फ यू ही संग चलते रहो मेरे दोस्त,
ये दोस्ती हमे उम्रभर के लिए चाहिए।
हम आपसे सच्ची दोस्ती रखते है,
मन करे तो कभी आजमा के देख लेना।
हम तो है 22 कैरेट खरा सोना,
चाहों तो कभी भट्टी में जला के देखना।
वायदा करते है दोस्ती का निभायेगे,
फ़िक्र यही रहेगी तुम्हे ना सताएगें।
याद आए कभी तो दिल से पुकारना,
जहाँ छोड़ भी रहे होंगे तो छुट्टी लेकर आएगे।
जब कोई ना दे साथ तो हमे याद कर लेना,
अकेलापन लगे तो हमें यद् कर लेना।
जीवन की खुशियाँ बाटने हजार मित्र रखना,
पर गम बाटने हमें जरुर याद करना।
कोई यार कभी पूराना नही होता,
चंद दिन बात न हो तो बेगाना ना होता।
दोस्ती में दूरिया तो आती ही है,
मगर इसका मतलब दोस्त को भुलाना नहीं होता।
नफरत को हम प्यार देते है,
प्यार पे खुशियाँ वार देते है.
बहुत सोच समझकर हमसे कोई वादा करना,
ऐ-दोस्त.. हम वादे पर जिदंगी गुजार देते है...
गुलाब खिलते रहे ज़िंदगी की राह् में,
हँसी चमकती रहे आप कि निगाह में.
खुशी कि लहर मिलें हर कदम पर आपको,
देता हे ये दिल दुआ बार–बार आपको....
दोस्ती और किसी ग़रज़ के लिए
वो तिजारत है दोस्ती ही नहीं...
मेरे दोस्त की पहचान यही काफी है
वो हर शख्स को दानिस्ता* खफा करता है...
तुम तक़ल्लुफ़ को भी इख़लास समझते हो “फ़राज़”
दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला....
महफिल मैं कुछ तो सुनाना पडता है,
ग़म छुपाकर मुस्कुराना पडता है,
कभी उनके हम भी थे दोस्त,
आज कल उन्हे याद दिलाना पडता है...
वादा ना करो अगर तुम निभा ना सको,
चाहो न उसको जिसे तुम पा ना सको,
दोस्त तो दुनिया में बहुत होते है,
पर एक खास रखो जिसके बिना मुस्कुरा ना सको...
ऐ दोस्त जब भी तू उदास होगा,
मेरा ख्याल तेरे आस-पास होगा,
दिल की गहराईयों से जब भी करोगे याद हमें,
तुम्हें.. हमारे करीब होने का एहसास होगा....
खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है,
जाने कब कौन जिंदगी का हिस्सा बन जाता है.
कुछ लोग ऐसे भी मिलते हैं जिंदगी में,
जिनसे कभी न टूटने वाला रिश्ता बन जाता है....
दोस्ती वो नहीं जो जान देती है,
दोस्ती वो भी नहीं जो मुस्कान देती है,
अरे सच्ची दोस्ती तो वो है..
जो पानी में गिरा हुआ आंसू भी पहचान लेती है....
मिल जाती है कितनो को ख़ुशी,
मिट जाते हैं कितनो के गम,
मैसेज इसलिये भेजते है हम,
ताकि न मिलने से भी अपनी दोस्ती न हो कम....
जो दोस्त हैं वो माँगते हैं सुलह की दुआ,
दुश्मन ये चाहते हैं कि आपस में जंग हो।
- माधव राम जौहर
दुश्मनों से प्यार होता जाएगा,
दोस्तों को आज़माते जाइए।
- ख़ुमार बाराबंकवी
दुश्मनों ने जो दुश्मनी की है,
दोस्तों ने भी क्या कमी की है।
- हबीब जालिब
दुश्मनों के सितम का ख़ौफ़ नहीं,
दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं।
- शकील बदायुनी
दुश्मनी ने सुना न होगा,
जो हमें दोस्ती ने दिखलाया।
- ख़्वाजा मीर 'दर्द'
दोस्ती जब किसी से की जाए,
दुश्मनों की भी राय ली जाए।
- राहत इंदौरी
दोस्त दिल रखने को करते हैं बहाने क्या किया,
रोज़ झूटी ख़बर-ए-वस्ल सुना जाते हैं।
- माधव राम जौहर
आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं,
जैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूँ मैं।
- जिगर मुरादाबादी
दोस्तों को भी मिले दर्द की दौलत या रब,
मेरा अपना ही भला हो मुझे मंज़ूर नहीं।
- हफ़ीज़ जालंधरी
इस से पहले कि बे-वफ़ा हो जाएँ,
क्यूँ न ऐ दोस्त हम जुदा हो जाएँ।
- अहमद फ़राज़
मेरा ज़मीर बहुत है मुझे सज़ा के लिए,
तू दोस्त है तो नसीहत न कर ख़ुदा के लिए।
- शाज़ तमकनत
शर्तें लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ,
कीजे मुझे क़ुबूल मिरी हर कमी के साथ।
- वसीम बरेलवी
ज़िद हर इक बात पर नहीं अच्छी,
दोस्त की दोस्त मान लेते हैं।
- दाग़ देहलवी
खुशबूं की तरह मेरी सासो मे बसना,
रक्त बनकर मेरी रग रग मे बहना।
दोस्ती होती है रिश्तों का कीमती गेहना,
अपनें यार को कभी अलविदा न कहना।
दुनियां रँग रूप देखती हैं ,हम जिगर देखते हैं ,
दुनिया सपने देखती है हम सच्चाई देखते है।
दुनिया जहाँ मे दोस्त देखती हैं,
हम दोस्ती में जहाँ देखते हैं।
कही धूप है तो कही छाय भी होगी,
मेरी हर ख़ुशी यार तुम्हारें नाम होगी।
कबही माग कर तो देख मुझसें ऐ दोस्त,
होठो पे हसी हथेली पे मेरी जान हाजिर होगी।
आपकी फ्रेडशिप हमारी सुरूर का नाज है,
आप सरीके दोस्त पे हमे यकीन है।
चाहे कुछ भी हो जाए फ्रेडशिप,
वैसी ही रहेगी जैसी आज है।
मुझे परवाह नहीं दुनिया खफा रहे,
बस इतनी सी दुआ है, दोस्त मेहरबां रहे।
एक ताबीज़ हमारी गहरी दोस्ती को चाहिए,
जरा सी दिखी नहीं कि नज़र लगने लगती हैं।
जिसकी शाम अच्छी उसकी रात अच्छी,
जिसके दोस्त अच्छे उसकी ज़िंदगी अच्छी।
जिंदा रहा तो तुम्हारा साथ निभाऊंगा दोस्तो,
अगर कभी भूल गया तो समझ लेना कि शादी हो गयी।
जब भी दोस्ती के पुराने पन्ने पलट कर याद करता हूं,
तो तेरी मेरी बचपन की दोस्ती की कहानी याद आती हैं।
दोस्ती में ना कोई दिन ना कोई वार होता है,
ये तो एहसास है जिसमें बस यार होता है।
दोस्ती सिर्फ पास होने का नाम नही,
अगर तुम दूर रहकर भी हमें याद करो,,
इससे बड़ा हमारे लिए कोई इनाम नही।
हर वक़्त फ़िजाओं में महसूस करोगे तुम मेरे दोस्त,
हम दोस्ती की वो ख़ुशबू हैं जो महकेंगे ज़मानों तक।
कुछ लोगों के साथ खून का रिश्ता नहीं होता,
लेकिन फिर भी उनसे अपनो वाली खुशबू आती।
बच्चे वसीयत पूछते हैं,
रिश्ते हैसियत पूछते हैं।
वो दोस्ती ही है,
जो मेरी खैरियत पूछती है।
कुछ लोग कहते है दोस्ती बराबर वालो से करनी चाहिये,
लेकिन हम कहते है दोस्ती में कोई बराबरी नही करनी चाहिये।
खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है,
जाने कब कौन जिंदगी का हिस्सा बन जाता है।
कुछ लोग ऐसे भी मिलते हैं जिंदगी में,
जिनसे कभी न टूटने वाला रिश्ता बन जाता है।
दोस्ती वो नहीं जो जान देती है,
दोस्ती वो भी नहीं जो मुस्कान देती है।
अरे सच्ची दोस्ती तो वो है,
जो पानी में गिरा हुआ आंसू भी पहचान लेती है।
मिल जाती है कितनो को ख़ुशी,
मिट जाते हैं कितनो के गम।
मैसेज इसलिये भेजते है हम,
ताकि न मिलने से भी अपनी दोस्ती न हो कम।
ज़िन्दगी लहर थी आप साहिल हुए,
न जाने कैसे हम आपकी दोस्ती के काबिल हुए।
न भूलेंगे हम उस हसीं पल को,
जब आप हमारी छोटी सी ज़िन्दगी में शामिल हुए।
दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है।
रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना,
क्योकि दोस्ती जरा सी नादान होती है।
देखी जो नब्ज मेरी,
हँस कर बोला वो हकीम।
जा जमा ले महफिल पुराने दोस्तों के साथ,
तेरे हर मर्ज की दवा वही है।
छोटे से दिल में गम बहुत है,
जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं।
मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें,
कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है।
किस हद तक जाना है ये कौन जानता है,
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है।
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो,
किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है।
कुछ रिश्ते खून के होते हैं,
कुछ रिश्ते पैसे के होते हैं।
जो लोग बिना रिश्ते के ही रिश्ते निभाते हैं,
शायद वही दोस्त कहलाते हैं।
लाख बेमेहर सही दोस्त तो रखते हो “फ़राज़”
इन्हें देखो कि जिन्हें कोई सितमगर ना मिला....
ऐ दोस्त तुम से तर्क-ए-ताल्लुक़ के बावजूद
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी...
दुश्मनों की जफ़ा का ख़ौफ़ नहीं
दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं...
हजूम ए दोस्तों से जब कभी फुर्सत मिले
अगर समझो मुनासिब तो हमें भी याद कर लेना...
छूटकर तेरे आस्ताँ से ऐ दोस्त
तू ही कह दे, कहाँ रहें हम...
गमे-दुनिया ने हमें जब कभी नाशाद किया
ऐ गमे-दोस्त तुझे हमने बहुत याद किया...
मैं मुद्दतों जिया हूँ किसी दोस्त के बग़ैर
अब तुम भी साथ छोड़ने को कह रहे हो ख़ैर....
दोस्तों को भी मिले दर्द की दौलत या रब
मेरा अपना ही भला हो मुझे मंज़ूर नहीं...
यों लगे दोस्त तेरा मुझसे ख़फा हो जाना
जिस तरह फूल से ख़ुश्बू का जुदा हो जाना...
दुश्मनों से क्या ग़रज़ दुश्मन हैं वो
दोस्तों को आज़मा कर देखिए....
हम से पूछो ना दोस्ती का सिला
दुश्मनों का भी दिल हिला देगा...
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली...
चार दिन की बात है क्या दोस्ती क्या दुश्मनी
काट दो इनको खुशी से यार हँसते-हँसते...
हटाये थे जो राह से दोस्तों की
वो पत्थर मेरे घर में आने लगे हैं....
दोस्तों मैं कोई ख़ुदा तो न था
तुम ने फिर क्यूँ भुला दिया मुझ को...
इस अजनबी शहर में ये पत्थर कहां से आया “फराज़”
लोगों की इस भीड में कोई अपना ज़रूर है....
मेरे दोस्तों की दिलआजारियों में
मेरी बेहतरी की कोई बात होगी...
बदगुमाँ हो के मिल ऐ दोस्त जो मिलना है तुझे
ये झिझकते हुए मिलना कोई मिलना भी नहीं...
यों लगे दोस्त तेरा मुझसे ख़फा हो जाना,
जिस तरह फूल से ख़ुश्बू का जुदा हो जाना।
ये कह कर मुझे मेरे दुश्मन हँसता छोड़ गए,
तेरे दोस्त काफी हैं तुझे रुलाने के लिए।
हमें भी आ पड़ा है दोस्तों से काम कुछ यानी,
हमारे दोस्तों के बेवफ़ा होने का वक़्त आया।
ऐ दोस्त यूँ तो हम तेरी हसरत को क्या कहें,
लेकिन ये ज़िंदगी भी कोई ज़िंदगी नहीं।
भूलना चाहो तो भी याद हमारी आएगी,
दिल की गहराई मे हमारी तस्वीर बस जाएगी।
ढूढ़ने चले हो हमसे बेहतर दोस्त,
तलाश हमसे शुरू होकर हम पे ही ख़त्म हो जाएगी।
दोस्तों की कमी को पहचानते है हम,
दुनियाँ के गमों को भी जानते है हम।
आप जैसे दोस्तों के ही सहारे,
आज भी हँस कर जीना जानते है हम।
शायद फिर वो तक़दीर मिल जाये,
जीवन के वो हसीं पल मिल जाये।
चल फिर से बैठें वो क्लास कि लास्ट बैंच पे,
शायद फिर से वो पुराने दोस्त मिल जाएँ।
ज़िंदगी से अपना हर दर्द छुपा लेना,
ख़ुशी न सही गम गले लगा लेना।
कोई अगर कहे मोहब्बत आसान है,
तो उसे मेरा टूटा हुआ दिल दिखा देना।
जहाँ दुनिया निगाहें फेर लेगी,
वहाँ ऐ दोस्त तुमको हम मिलेंगे।
जिन्दगी आप की ही नवाजिश है,
वरना ऐ दोस्त हम मर गये होते।
लाख बेमेहर सही दोस्त तो रखते हो फ़राज़,
इन्हें देखो कि जिन्हें कोई सितमगर ना मिला।
दुश्मनी जम कर करो मगर इतना याद रहे,
जब भी फिर दोस्त बन जाये, शर्मिन्दा न हो।
यह कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त़ नासेह,
कोई चारासाज होता कोई गमगुसार होता।
नाजुक सा दिल कभी भुल से ना टूटे,
छोटी छोटी बातो से आप ना रूठे।
थोडी सी भी फिकर है अगर आपको हमारी,
तो कोशिश करना की ये दोस्ती कभी ना टूटे।
दुआओ पे हमारे ऐतबार रखना,
दिल में अपने ना कोई सवाल रखना।
देना चाहते हो अगर खुशिया हमें,
तो बस आप खुश रहना और अपना ख्याल रखना।
पुराने दोस्त पर शायरी 2 Line
जिंदगी ज़ख्मों से भरी है,
वक़्त को मरहम बनाना सीख लो।
हारना तो है एक दिन मौत से फिलहाल,
दोस्तों के साथ जिंदगी जीना सीख लो।
तक़दीर लिखने वाले एक एहसान करदे,
मेरे दोस्त की तक़दीर मैं एक और मुस्कान लिख दे।
न मिले कभी दर्द उनको,
तू चाहे तो उसकी किस्मत मैं मेरी जान लिख दे।
नफरत को हम प्यार देते है,
प्यार पे खुशियाँ वार देते है।
बहुत सोच समझकर हमसे कोई वादा करना,
ऐ-दोस्त.. हम वादे पर जिदंगी गुजार देते है।
दोस्ती और किसी ग़रज़ के लिए,
वो तिजारत है दोस्ती ही नहीं।
मेरे जीवन के हर पहलू में,
तेरा भी एक है रंग रहा।
अब तू तो न है संग मेरे,
पर तेरी यादों का है संग रहा।
दोस्त एग्ज़ैम में फेल हो जाए तो दुख होता है,
लेकिन फर्स्ट आ जाए तो उससे भी ज्यादा दुख होता है।
आप दूसरे लोगो में रूचि लेकर दो महीने में ही बहोत से दोस्त बना सकते हो,
लेकिन ऐसे लोग जिन्हें आपमें रूचि हो शायद उन्हें दोस्त बनाने में साल लग जाते है।
हम बेस्ट फ्रेंड्स हैं,
इस बात को हमेशा ध्यान में रखना।
तुम जब भी गिरोगे,
मैं तुम्हें उठाने आऊंगा लेकिन तुम पर पूरी तरह से हंसने के बाद।
दोस्त वह होता है,
जो आपके भुतकाल को समझता है।
आपके भविष्य पर विश्वास रखता है,
और आप जैसे हो वैसे ही आपको अपनाता है।
दोस्त दिल की हर बात समझ जाया करते हैं,
सुख दुःख के हर पल में साथ हुआ करते है।
दोस्त तो मिला करते है तक़दीर वालो को,
मिले ऐसी तक़दीर हर बार हम दुआ करते है।
दोस्तों की दोस्ती में कभी कोई रूल नहीं होता है,
और ये सिखाने के लिए, कोई स्कूल नहीं होता है।
दोस्ती अक्षर नहीं जो मिट जाये,
सफर नहीं जो कट जाये।
ये तो वो अहसास हैं,
जिसके लिये जिना भी कम पड जाये।
ए सुदामा
मुझे भी सिखा दें,
कोई हुनर तेरे जैसा।
मुझे भी मिल जायेगा,
फिर कोई दोस्त कृष्ण जैसा।
दिखावा इसमें न ज़रा है जज़्बातों से भरा है,
पल में समझ जाये हाल दिल का रिश्ता दोस्ती का कितना खरा है।
दिलों मे इतजार की लकीर छोड़ जाएगे,
आँखो मे यादो की नमी छोर जायेगे।
ढूढ़ते फिरोगे हमे एक दिन,
जिन्दगी मे एक दोस्त की कमी छोड़ जायेगे।
दोस्त रूठ गए तो कोई ख़ुशी न होगी,
आपके बिना चिरागो में रोशनी न होगी।
क्या कहू कैसी गुजरेगी दिल पर ऐ यार,
प्राण तो रहेगे लेकिन ज़िंदगी न रहेगी।
अपना समझ कर हर किसी पर बेवजह हक ना जताया करो,
किसी का भला करने की चाह में खुद को बुरा ना बनाया करो।
दोस्ती में न जाने कितने वादे निभाए हैं,
और दोस्तों ने आज ये दिन दिखाए है।
दोस्त का दिल ना दुखे हमेशा ये चाहा,
खुद ने अकेले में बहुत आंसू बहाएँ हैं।
हदें टूट जाए पर दोस्ती न टूट पाए,
दिल में बस यही अरमान दबाएँ है।
प्यार को जो तूने मतलब का नाम दिया,
हमने भी तेरे साथ के सपने सजाएं है।
गमों में भी मुस्कराहट बिखेरी मेघा,
याद नहीं हमनें कभी दोस्त रुलाएं है।
तेरा मुझ पर ये अहसान है,
कि तूने मुझे अपनी दोस्ती से नवाजा है।
दूरी चाहे मीलों की है हमारे दरमियान,
तेरी दोस्ती आज भी दिल में ताजा है।
गलियाँ पड़ी थी सूनी,
आंगन पड़े थे सूने।
यारों की याद आई,
और मैं लगा था रोने।
हमारी जिंदगी को कुछ लोग,
दोस्त बन कर आबाद कर जाते हैं।
कहाँ जाते हैं फिर हमें छोड़ कर,
वो तो हमारे जहन में घर कर जाते हैं।
तेरे बिना तो जीना,
इक पल न हमें गवारा है।
अब तो बस तेरी यादें ही,
मेरे जीने का सहारा हैं।
तेरी यादों में पागल होकर,
हम अक्सर तुझको आवाज देते हैं।
हमें पता है अब तू नहीं मिलेगा ए दोस्त,
फिर भी दुआ करते हैं तो तुझे मांग लेते हैं।
तेरी यादों में खोए रहते हैं,
इस दुनिया से एक दूरी सी लगती है।
हो सके तो लौट आ ए दोस्त,
तेरे बिना जिंदगी अधूरी सी लगती है।
दोस्तों के साथ बिताये पलों की,
जब भी याद आती है।
उदास हो जाता है दिल,
आँखें नम हो जाती हैं।
सुलझा लेते थे मिल बाँट कर,
सब यार अक्सर उलझनों को।
अब तो सारी जद्दोजहद,
हमारी जिंदगी पर भारी है।
हमारी दोस्ती की महक,
तेरे ख्यालों की बगिया में आज भी महकती होगी।
इतना आसान कहाँ है भूल पाना मुझे,
मेरी यादें तेरे सीने में अब तलक धड़कती होंगी।
जान से प्यारे दोस्त जब,
जिंदगी के किसी मोड़ पर बिछड़ जाते हैं।
दिल खामोश, आँखें नम हो जाती हैं,
वो जब भी याद आते हैं।
खुदा से उन्हें पाने की हम आज भी फ़रियाद करते हैं,
अक्सर बीते लम्हों को जहन में आबाद करते हैं।
जिस्म तो मशीन बन गया है दोस्तों के जाने के बाद,
मगर भूले नहीं है उन्हें हम हर पल याद करते हैं।
हर नई चीज अच्छी होती है,लेकिन
दोस्त पुराने ही अच्छे होते हैं।
एक शब्द है अभी मिले है,
जो पुराने दोस्तों के लिए,,
अभी तक वहाँ नही हैं।
दोस्तो से दोस्ती रखा करो तबियत मस्त रहेगी,
ये वो हक़ीम हैं जो अल्फ़ाज़ सेदुरुस्त किया करते हैं।
सच्ची दोस्ती वो नही होती है,
जो हर किसी से हो जाती है।
सच्ची दोस्ती वो होती है,
जिसके होने से अपना सा महसूस हो।
क्या खूब था वह बचपन भी,
जब 2 उँगलियाँ जोड़ने से दोस्ती हो जाती थी।
एक दोस्त के साथ अंधेरे में चलना,
अकेले रोशनी में चलने से कहीं बेहतर है।
हर दुआ कबूल नहीं होती,
हर आरजू पूरी नहीं होती।
जिनके दिल में आप जैसे दोस्त रहते हो,
उनके लिए धड़कन भी जरूरी नहीं।
जिंदगी में कुछ दोस्त बन गये,
कोई दिल में तो कोई आँखों में बस गये।
कुछ दोस्त अहिस्ता से बिछड़ते चले गये,
पर जो दिल से ना गये वो आप बन गये।
खता मत गिन दोस्ती में कि किसने क्या गुनाह किया,
दोस्ती तो एक नशा है जो तूने भी किया और मैंने भी किया।
एक चाहत है तेरे साथ जीने की ऐ-दोस्त,
वरना पता तो हमे भी है कि मरना तो अकेले ही है।
मेरी धड़कनो में आप का ही राज होगा,
मेरी बात का बस यही अंदाज होगा।
कभी बेवफाई नहीं करते हम दोस्ती में,
मेरी दोस्ती पर आप को हमा नाज़ होगा।
दोस्ती नाम है सुख दुख की कहानी का,
दोस्ती नाम है सदा मुस्कुराने का,
यह कोई पल भर की पहचान नही,
दोस्ती नाम है सदा साथ निभाने का....
गुनाह करके सजा से डरते हैं,
ज़हर पी के दवा से डरते हैं,
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमें,
हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है...
हम वक्त गुजारने के लिए, दोस्तों को नही रखते,
दोस्तों के साथ रहने के लिए वक्त रखते है...
लोग पूछते हैं इतने गम में भी खुश क्युँ हो..
मैने कहा दुनिया साथ दे न दे.. मेरा दोस्त तो साथ हैं...
इश्क के सहारे जिया नहीं करते,
गम के प्यालों को पिया नहीं करते,
कुछ नवाब दोस्त हैं हमारे,
जिनको परेशान न करो तो वो याद ही किया नहीं करते...
वो दिल क्या जो मिलने की दुआ न करे,
तुम्हें भुलकर जिऊ यह खुदा न करे,
रहे तेरी दोस्ती मेरी जिन्दगानी बनकर,
यह बात और है जिन्दगी वफा न करे...
दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करू,
आप भूल भी जाओ तो मे हर पल याद करू,
खुदा ने बस इतना सिखाया हे मुझे
कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करू....
दूरियों से फर्क पड़ता नहीं,
बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है,
दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है,
वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है...
न जाने सालों बाद कैसा समां होगा,
हम सब दोस्तों में से कौन कहा होगा,
फिर अगर मिलना होगा तो मिलेंगे ख्वाबों मे,
जैसे सूखे गुलाब मिलते है किताबों मे....
चाहत वो नहीं जो जान देती है,
चाहत वो नहीं जो मुस्कान देती है,
ऐ दोस्त चाहत तो वो है,
जो पानी में गिरा आंसू पहचान लेती हैं...
भरोसा रखो हमारी दोस्ती पर,
हम किसी का दिल दुखाया नही करते,
आप और आपका अंदाज़ हमे अच्छा लगा,
वरना हम किसी को दोस्त बनाया नही करते...
फूल बनकर मुस्कुराना जिन्दगी है,
मुस्कुरा के गम भूलाना जिन्दगी है,
मिलकर लोग खुश होते है तो क्या हुआ,
बिना मिले दोस्ती निभाना भी जिन्दगी है...
गुनाह करके सजा से डरते है,
ज़हर पी के दवा से डरते है.
दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं हमे,
हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है...
करनी है खुदा से गुजारिश,
तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले,
हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा,
या फिर कभी जिंदगी न मिले...
मेरे दोस्तों की पहचान इतनी मुशिकल नहीं “फराज”
वो हँसना भूल जाते हैं मुझे रोता देखकर...
दोस्ती अपनी भी असर रखती है “‘फ़राज़”
बहुत याद आएँगे ज़रा भूल कर तो देखो...
ये कह कर मुझे मेरे दुश्मन हँसता छोड़ गए
तेरे दोस्त काफी हैं तुझे रुलाने के लिए...
खुशी आपके लिए गम हमारे लिए,
जिंदगी आपके लिए मौत हमारे लिए,
हँसी आपके लिए रोना हमारे लिए,
सबकुछ आपके लिए आप हमारे लिए...
"बेहतरीन 110 दोस्ती शायरी कलेक्शन"
मेरे दोस्तों की पहचान इतनी मुशिकल नहीं “फराज”
वो हँसना भूल जाते हैं मुझे रोता देखकर...
ढूँढ़ने पर भी न मिलता था मुझे अपना वजूद
मैं तलाश-ए-दोस्त में यूँ बेनिशाँ था दोस्तो...
पूछा है ग़ैर से मिरे हाल-ए-तबाह को
इज़हार-ए-दोस्ती भी किया दुश्मनी के साथ...
हर क़दम पे नाकामी हर क़दम पे महरूमी
ग़ालिबन कोई दुश्मन दोस्तों में शामिल है...
शिद्दत-ए-दरद से शर्मिंदा नहीं मेरी वफा “फराज़”
दोस्त गहरे हैं तो फिर जख्म भी गहरे होंगे..
जमाने की अदावत का सबब थी दोस्ती जिनकी
अब उनको दुश्मनी है हमसे, दुनिया इसको कहते हैं...
तेरी दोस्ती अब हम इस तरह निभाएंगे,
तुम रोज खाफा होना हम रोज मनाएंगे।
पर मान जाना माने से,
वर्ना ये भीगी पालके लेके कहेंगे।
दोस्ती में जीना दोस्ती में मरना,
हिम्मत ना हो तो कभी दोस्ती ना करना।
दोस्त हो कर दोस्ती का हक यू अदा करना,
अगर मैं भूल भी जौन तो तुम याद रखना।
सबसे अलग सबसे न्यारे हो आप,
तारीफ कभी पुरी ना हो इतने प्यारे हो आप।
आज पता चला कि जमाना क्यों जलता है हमसे,
क्यों कि दोस्त तो आखिर हमारे हो आप।
तुम सदा मुस्कुराते रहो ये तमन्ना है हमारी,
हर दुआ में माँगी है बस खुशी तुम्हारी।
तुम सारी दुनिया को दोस्त बना कर देख लो,
फ़िर भी महसूस करोगे कमी हमारी।
तुम मिलो ना मिलो कोई गम नहीं,
बस बात करो ये कम नहीं।
दोस्ती मैं धोखा दे वो हम नहीं,
अपनी दोस्ती जय और वीरू से कम नहीं।
पुराने दोस्त पर शायरी - Purane Dost Status For Whatsapp in Hindi
दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त,
दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से।
मेरे दोस्त की पहचान यही काफी है,
वो हर शख्स को दानिस्ता* खफा करता है।
तुम तक़ल्लुफ़ को भी इख़लास समझते हो फ़राज़,
दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला।
वादा ना करो अगर तुम निभा ना सको,
चाहो न उसको जिसे तुम पा ना सको।
दोस्त तो दुनिया में बहुत होते है,
पर एक खास रखो जिसके बिना मुस्कुरा ना सको।
ऐ दोस्त जब भी तू उदास होगा,
मेरा ख्याल तेरे आस-पास होगा।
दिल की गहराईयों से जब भी करोगे याद हमें,
तुम्हें.. हमारे करीब होने का एहसास होगा।
मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला,
अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला।
लोग डरते हैं दुश्मनी से तेरी,
हम तेरी दोस्ती से डरते हैं।
- हबीब जालिब
हटाए थे जो राह से दोस्तों की,
वो पत्थर मेरे घर में आने लगे हैं।
- ख़ुमार बाराबंकवी
हम को यारों ने याद भी न रखा,
'जौन' यारों के यार थे हम तो।
- जौन एलिया
तुझे कौन जानता था मेरी दोस्ती से पहले,
तेरा हुस्न कुछ नहीं था मेरी शाइरी से पहले।
- कैफ़ भोपाली
इश्क मोहब्बत का तो इल्म नहीं,
पर जीवन में एक सच्चा दोस्त जरुर होना चाहिए,,
जो संकट की घड़ी में आपका साथ दे।
गुजर जाता हैं,
वक्त कुछ यादे बनकर।
महज बातें रह जातीं है कहानी बनकर,
मगर सच्चे यार तो दिल में बसते है।
कभी होठों की मुस्कान बनकर,
तो कभी आँखों के आंसू बनकर।
कुछ सम्बन्ध लहू के होते है,
कुछ सम्बन्ध दौलत के होते है।
जो लोग बिना सम्बन्ध के ही सम्बन्ध निभाते है,
हकीकत में वे ही “दोस्त” कहलाते है।
यारी तो जीवन का एक खुशनुमा लम्हा है,
जिसका रुतबा सब रिश्तों से अल बेला है।
जिन्हें नसीब हो जाए वह गम मे भी खुश है,
और जिन्हें न नसीब तो वो भरे आंगन मे अकेला है।
शायरी की जरूरत हर महफिल को होती है,
हर दिल को अपनों सड़े प्यार की जरूरत होती है।
बिना दोस्ती के जीवन अधुरा है क्योंकि,
लाइफ में हर पल एक सच्चे दोस्त की जरूरत होती है।
कुछ अलग शौक है मेरे दुनियावालों से,
यार कम ही रकता हूँ पर बहुत ख़ास रखता हूँ।
यदि तुम बेचो अपनी दोस्ती,
तो पहले ग्राहक हम होंगे।
तुम्हे अपनी कीमत पता नहीं होगी,
पर तुम्हे पाकर सबसे खुशनसीब हम होंगे।
लाइफ बीत जाए मगर यारी कम न हो,
दिलों में रखना भले ही हम पास न हो।
आजीवन चलता रहे हमारा ये दोस्ताना सफर,
दुआ करे रब से हमारी दोस्ती का रिश्ता खत्म न हो।
आसमान में तारों के संग चंदा जगमगाता है,
थोड़ी ही मुश्किल आते ही इंसान डगमगाता है।
कठिनाइयों से मत घबराना मेरे दोस्त क्योंकि,
काँटों के बीच भी गुलाब सदैव मुस्कराता हैं।
यारी नहीं तुम ही जीवन की आस हो,
रिश्तो में नहीं एतबार का मीनिंग हो तुम,,
हर नयें उगते दिन की शुरुवात तुम हो।
जो हरेक पल में चले उसे ज़िन्दगी कहतें हैं,
जो हरेक पल में जलें उसे रोशनी कहते है।
जो हरेक पल में खिले उसे मुहब्बत कहते है,
और जो जीवन भर साथ न छोड़े उसे दोस्त कहते है।
ये लम्बे यू ही बीत जायेगे,
हम दोस्त एक दिन बिछुड़ जायेगे।
आप रूठ जाना होना मेरी गलतियों से,
एक दिन ये दिन बहुत याद आयेगे।
मुस्कान का कोई मोल नही होता,
कुछ रिश्तों का मोल नही होता।
दुनिया में लोग हर जगह मिल जाते है,
मगर कोई मेरे दोस्त सा अनमोल ना होता।
नन्हे से दिल में दर्द बहुत है,
जीवन में मिले जख्म बहुत है।
ये दुनिया कब की मार देती,
कमीने दोस्तों की दुआ में दम बहुत है।
गम बहुत था दिल में पर जाहिर किया नही,
आँखों में आंसू थे मगर किसी को दिखाया नही।
इतना ही फर्क है मुहब्बत और यारी में प्यार ने कभी हंसाया नहीं,
और दोस्त ने कभी रूलाया नही।
हे भाग्य विधाता एक एहसान करदे,
मेरे यार की तकदीर में खुशियाँ लिख दे।
कभी गम का छाया न हो उसपे,
भले ही उसकी खातिर मेरी जान लिख दे।
यारी दिमाग से नहीं दिल से निभाओ,
भले ही आपका नाम शौहरत कितनी बड़ी हो,,
मगर हर कदम अपने दोस्तों से मिलाके चलो।
पता नहीं हम क्यों बड़े हो गये,
वो बालपन ही अच्छा था।
जहाँ से किसी से बैर से नहीं,
सबसे यारी वो लाइफ अच्छी थी।
कुछ अहसासों का कर्जदार हूँ,
कुछ उधार मुझ पर अभी बाकी है।
मिल जाएँ कहीं बिछड़े यार,
तो मैं उनका हिसाब चुकता करूँ।
न वो आते हैं, न मुझे बुलाते हैं,
न याद करते हैं, न ही भुलाते हैं।
जाने ये कैसे दोस्त हैं,
जो बस हमको ही याद आते हैं।
वो यारों की मस्ती,
वो शाम याद आती है।
कह दो वक्त से लौट आये फिर,
अब तो बस हमारी जान ये जाती है।
जिंदगी के वो पल,
मुझे अक्सर रुला जाते हैं।
बिछड़े हुए दोस्त,
जब यादों में लौट आते हैं।
दोस्त होते हैं जिंदगी में,
तो हर कमी पूरी हो जाती है।
बिना दोस्तों के तो,
ये जिंदगी अधूरी हो जाती।
बचपन के वो खेल-खिलौने,
जवानी में की हुयी शैतानी।
याद मुझे अब आती है,
अपने यारों की कहानी।
जिन लोगों में लज्जा का गुण न हो,
जो किसी भी गलत कार्य को करने में संकोच न करें।
और जो लज्जा हीन हो,
उनसे मित्रता नहीं करनी चाहिए।
एक साल में 50 मित्र बनाना आम बात है,
50 साल तक एक ही मित्र से मित्रता निभाना खास बात है।
आइना और परछाई के जैसे मित्र रखो क्योंकि,
आइना कभी झूठ नहीं बोलता और परछाई कभी साथ नहीं छोड़ती।
पुराने दोस्त होने का एक फायदा यह भी है,
कि वे आपकी हर बेवकूफी भरी हरकत में आपका साथ देते हैं।
दोस्त और शिष्टाचार आपको वहां ले जायेंगे,
जहाँ दौलत नहीं ले जा पायेगी।
जिंदगी में कई दोस्त बनाना एक आम बात हैं लेकिन,
एक ही दोस्त से जिंदगी भर दोस्ती निभाना खास बात हैं।
दिल मैं में जिनको भी जगह देता हूँ,
खुद से ज़्यादा मैं उनका ख्याल रखता हूँ।
जैसे के तुम मेरे दोस्त।
आओ ताल्लुकात को कुछ और नाम दें,
ये दोस्ती का नाम तो बदनाम हो गया।
लोग पूछते हैं इतने गम में भी खुश क्युँ हो,
मैने कहा दुनिया साथ दे न दे,,
मेरा दोस्त तो साथ हैं।
एक बात हमेशा याद रखना दोस्तों ढूंढने पर वही मिलेंगे जो खो गए थे,
वो कभी नहीं मिलेंगे जो बदल गए है।
जो तू चाहे वो तेरा हो,
रोशन रातें और खूबसूरत सवेरा हो।
जारी रहें हमारी दोस्ती का सिलसिला,
कामयाब हर मंजिल पर दोस्त मेरा हो।
चुभ गई अगर कोई बात तुम्हारी,
तो मेरा किरदार खराब भी हो सकता है।
किसी की बात पर फिसला नही करते दोस्त,
तारीफ की शक्ल में तेजाब भी हो सकता है।
दोस्ती की है तो हक से निभाएंगे,
तुम बार-बार रुठोगे, तो हम हर बार मनाएंगे।
और मुझसे दूर जाने की सोचना भी मत,
क्योंकि हम जब तक जिंदा रहेंगे, तुम्हें हर रोज सताएंगे।
हर किसी कै किसमत मै ऐसा लिखा नही हौता,
हर मंजिल मै तैरै जैसा दौस्त का पाता नही मिलता।
मैरी तकादीर हौगी कुछ खास,
वरना तैरै जैसा यार मुझै कहा मिलता।
दिल से दोस्ती उसने कभी निभाई थी क्या,
तन्हाइयों में उसे भी मेरी याद आई थी क्या।
मैं तो सच में दोस्त मानता था उसे,
उसने मेरी दोस्ती में भी शर्त लगाई थी क्या।
बोलती है दोस्ती चुप रहता है प्यार,
हँसाती है दोस्ती रुलाता है प्यार।
मिलाती है दोस्ती जुदा करता है प्यार,
फिर भी लोग Naa Jane क्यों दोस्ती छोड़कर करते हैं प्यार।
दोस्ती की महफ़िल सजे ज़माना हो गया,
लगता है खुल के जिए ज़माना हो गया।
काश कहीं मिल जाये वह काफिला दोस्तों का,
अपनों से बिछड़े ज़माना हो गया।
क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त,
क्यूँ गम को बाँट लेते हैं दोस्त।
न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है,
फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त।
करनी है खुदा से गुजारिश कि,
तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले।
हर जन्म में मिले दोस्त तेरे जैसा,
या फिर कभी जिंदगी न मिले।
एक जैसे दोस्त सारे नही होते,
कुछ हमारे होकर भी हमारे नहीं होते।
आपसे दोस्ती करने के बाद महसूस हुआ,
कौन कहता है ‘तारे ज़मीं पर’ नहीं होते।
दिन हुआ है तो रात भी होगी,
हो मत उदास, कभी बात भी होगी।
इतने प्यार से दोस्ती की है,
जिन्दगी रही तो मुलाकात भी होगी।
कौन कहता है कि,
दोस्ती बराबरी में होती है सच तो ये है,,
दोस्ती में सब बराबर होते है।
लोग दौलत देखते हैं,
हम इज़्ज़त देखते हैं।
लोग मंज़िल देखते हैं,
हम सफ़र देखते हैं।
लोग दोस्ती बनाते हैं,
हम उसे निभाते हैं।
दोस्ती नाम है सुख दुख की कहानी का,
दोस्ती नाम है सदा मुस्कुराने का।
यह कोई पल भर की पहचान नही,
दोस्ती नाम है सदा साथ निभाने का।
गुनाह करके सजा से डरते हैं,
ज़हर पी के दवा से डरते हैं।
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमें,
हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है।
हम वक्त गुजारने के लिए, दोस्तों को नही रखते,
दोस्तों के साथ रहने के लिए वक्त रखते है।
इश्क के सहारे जिया नहीं करते,
गम के प्यालों को पिया नहीं करते।
कुछ नवाब दोस्त हैं हमारे,
जिनको परेशान न करो तो वो याद ही किया नहीं करते।
दोस्त दवा से भी ज्यादा,
अच्छे होते है क्योंकि।
अच्छी दोस्ती की कोई,
एक्सपायरी डेट नहीं होती।
दुश्मन के सितम का खौफ नहीं हमकों,
हम तो दोस्तों के रूठ जाने से डरते है।
चिराग रोशन थे जो यारो के अब ढलने लगे है,
वादे मेरी खुद्दारी के अब खलने लगे हैं।
चंद लकीरों तरक्की की मेरे माथे पे क्या पड़ी,
जो कल तक साथ थे मेरे अब जलने लगे है।
दोस्तों की बात ही निराली है,
सुरूर इक दफा उतरने लगता है।
पर दोस्ती का फितूर बढ़ता चला जाता है।
जरा सी बात पर सदियों के याराने गये,
चलो इसी बहाने कुछ अजीज पहचाने तो गये।
दोस्त कितना भी गंदा हो,
उसे कभी मत छोड़ना यार।
क्योंकि पानी कितना भी गंदा हो,
आग बुझाने तो काम आता है।
दोस्ती एक छोटा सा लफ्ज है,
तुझमें तो जान बसती है मेरी।
ये कह कर मुझे मेरे दुश्मन हँसता छोड़ गए
तेरे दोस्त काफी हैं तुझे रुलाने के लिए
हमें भी आ पड़ा है दोस्तों से काम कुछ यानी,
हमारे दोस्तों के बेवफ़ा होने का वक़्त आया....
ऐ दोस्त यूँ तो हम तेरी हसरत को क्या कहें
लेकिन ये ज़िंदगी भी कोई ज़िंदगी नहीं
दिल की बात छुपाना आता नही,
किसी का दिल दुखाना आता नही,
आप सोचते है हम भूल गए आपको,
पर कुछ अच्छे दोस्तो को भूलना हमको आता नही...
महफिल मैं कुछ तो सुनाना पडता है,
ग़म छुपाकर मुस्कुराना पडता है,
कभी उनके हम भी थे दोस्त,
आज कल उन्हे याद दिलाना पडता है...
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता,
कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता,
लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर..
हर कोई आप सब की तरह अनमोल नहीं होता...
दोस्तों की कमी को पहचानते है हम,
दुनियाँ के गमों को भी जानते है हम.
आप जैसे दोस्तों के ही सहारे,
आज भी हँस कर जीना जानते है हम...
शायद फिर वो तक़दीर मिल जाये
जीवन के वो हसीं पल मिल जाये
चल फिर से बैठें वो क्लास कि लास्ट बैंच पे
शायद फिर से वो पुराने दोस्त मिल जाएँ...
ज़िंदगी से अपना हर दर्द छुपा लेना,
ख़ुशी न सही गम गले लगा लेना,
कोई अगर कहे मोहब्बत आसान है,
तो उसे मेरा टूटा हुआ दिल दिखा देना...
जहाँ दुनिया निगाहें फेर लेगी
वहाँ ऐ दोस्त तुमको हम मिलेंगे..
जिन्दगी आप की ही नवाजिश है
वरना ऐ दोस्त हम मर गये होते...
लाख बेमेहर सही दोस्त तो रखते हो “फ़राज़”
इन्हें देखो कि जिन्हें कोई सितमगर ना मिला...
दुश्मनी जम कर करो मगर इतना याद रहे
जब भी फिर दोस्त बन जाये, शर्मिन्दा न हो...
23= मिर्जा गालिब
यह कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त़ नासेह
कोई चारासाज होता कोई गमगुसार होता...
नाजुक सा दिल कभी भुल से ना टूटे,
छोटी छोटी बातो से आप ना रूठे,
थोडी सी भी फिकर है अगर आपको हमारी,
तो कोशिश करना की ये दोस्ती कभी ना टूटे.....
दुआओ पे हमारे ऐतबार रखना,
दिल में अपने ना कोई सवाल रखना,
देना चाहते हो अगर खुशिया हमें,
तो बस आप खुश रहना और अपना ख्याल रखना...
जिंदगी ज़ख्मों से भरी है,
वक़्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो है एक दिन मौत से,"फिलहाल"
दोस्तों के साथ जिंदगी जीना सीख लो...
तक़दीर लिखने वाले एक एहसान करदे,
मेरे दोस्त की तक़दीर मैं एक और मुस्कान लिख दे,
न मिले कभी दर्द उनको,
तू चाहे तो उसकी किस्मत मैं मेरी जान लिख दे...
ज़िन्दगी लहर थी आप साहिल हुए,
न जाने कैसे हम आपकी दोस्ती के काबिल हुए.
न भूलेंगे हम उस हसीं पल को,
जब आप हमारी छोटी सी ज़िन्दगी में शामिल हुए.....
दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है.
रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना,
क्योकि दोस्ती जरा सी नादान होती है....
देखी जो नब्ज मेरी,
हँस कर बोला वो हकीम,
जा जमा ले महफिल पुराने दोस्तों के साथ..
तेरे हर मर्ज की दवा वही है ....
छोटे से दिल में गम बहुत है,
जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं,
मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें,
कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है....
किस हद तक जाना है ये कौन जानता है,
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है.
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो,
किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है........
कुछ रिश्ते खून के होते हैं,
कुछ रिश्ते पैसे के होते हैं,
जो लोग बिना रिश्ते के ही रिश्ते निभाते हैं,
शायद वही दोस्त कहलाते हैं....
एक बात हमेशा याद रखना दोस्तों
ढूंढने पर वही मिलेंगे जो खो गए थे,
वो कभी नहीं मिलेंगे जो बदल गए है...
क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त
क्यूँ गम को बाँट लेते हैं दोस्त,
न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है,
फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त...
कोई दोस्त कभी पुराना नहीं होता,
कुछ दिन बात न करने से बेगाना नहीं होता,
दोस्ती में दुरी तो आती रहती हैं,
पर दुरी का मतलब भुलाना नहीं होता...
मेरे “शब्दों” को इतने ध्यान से ना पढ़ा करो दोस्तों,
कुछ याद रह गया तो मुझे भूल नहीं पाओगे...
हम अपने पर गुरुर नहीं करते,
याद करने के लिए किसी को मजबूर नहीं करते.
मगर जब एक बार किसी को दोस्त बना ले,
तो उससे अपने दिल से दूर नहीं करते...
इक नया ज़ख़्म मिला एक नई उम्र मिली
जब किसी शहर में कुछ यार पुराने से मिले...
आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं
जैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूँ मैं...
लोग दौलत देखते हैं, हम इज़्ज़त देखते हैं,लोग मंज़िल देखते हैं,
हम सफ़र देखते हैं,लोग दोस्ती बनाते हैं, हम उसे निभाते हैं...
ये फ़ित्ना आदमी की ख़ाना-वीरानी को क्या कम है
हुए तुम दोस्त जिस के दुश्मन उस का आसमाँ क्यूँ हो...
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